हवेली में छुपा काला साया: क्या विजय श्राप को खत्म कर पाया?
अंधेरे की चादर ने पूरे शहर को ढक लिया था। ठंडी हवा चल रही थी, जिससे पेड़ों की डालियाँ खड़खड़ा रही थीं। इस अँधेरे में, एक युवक, विजय, एक विशाल, पुराने हवेली की ओर बढ़ रहा था। उसकी साँसें तेज़ हो रही थीं, डर उसके दिल में समा रहा था। यह हवेली, उसके दादा की … Read more