राजा मिडास और सोने का स्पर्श: The Golden Touch Story In Hindi

कैसा हो की आप सो कर उठे, और जिस चीज को आप छुए वो सोने की बन जाए? यूनान के एक राजा मिडास को भी एक ऐसा ही अनोखा वरदान मिला, लेकिन इस वरदान ने उसकी जिंदगी कैसे बदल दी ? आइए जानते हैं इस प्रेरणादायक नैतिक कहानी में।

यूनान में मिडास नाम का एक फेमस राजा हुआ करता था। बचपन से ही उसे सोना बहुत ज्यादा पसंद था। उसके कमरे की हर एक चीज सोने की बनी हुई थी । उसका बेड सोने का था, वह जिस बर्तन में खाना खाता था वह सोने के थे, और तो और उसकी कंघी भी सोने की ही बनी हुई थी। 

उसे सोने से इतना प्रेम था कि वह जितना ज्यादा सोना जमा करता, उतना ही उसका लालच बढ़ता चला जाता। सोने के प्रति उसका लालच देखकर उसकी पत्नी भी परेशान हो गई थी। वह अक्सर भगवान से उनकी इस लालसा को खत्म करने की प्रार्थना करती रहती थी।

राजा मिडास को भगवान से मिला अनोखा वरदान

एक दिन राजा मिडास अपने महल के कमरे में बैठकर सोना गिन रहा था। तभी अचानक वहां भगवान प्रकट हुए। मिडास को सोना गिनते हुए देखकर उन्होंने कहा – “तुम्हारी पत्नी अक्सर मेरी सेवा करती है, उसकी सेवा से मैं बहुत ज्यादा खुश हूँ। मांगो तुम क्या वरदान मांगना चाहते हो। 

भगवान की बात सुनकर मिडास बहुत ज्यादा खुश हो गया और बोला, – “मुझे एक ही वरदान चाहिए, की मैं जिस चीज को स्पर्श कर लूँ वह सोने की हो जाए!” 

भगवान ने कहा, “अगर तुम यही चाहते हो तो ऐसा ही होगा, कल सुबह उठने के बाद तुम जो कुछ स्पर्श करोगे वह सोने में बदल जाएगा”। 

अगले दिन राजा जब सो कर उठा, तो उठकर वह बालकनी में गया, और वहां से अपने राज्य को देखने लगा। तभी उसे याद आया कि कल भगवान ने उसे वरदान दिया था अब उस वरदान को परखने की बारी थी। 

राजा ने सबसे पहले बालकनी में लगे पर्दे को छुआ। परदा राजा का स्पर्श पाकर पलक झपकते ही सोने में बदल गया। यह देखकर राजा बहुत खुश हो गया। 

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श्राप में बदला वरदान

राजा मिडास सोने का स्पर्श पाकर बहुत खुश था, लेकिन उसे अभी पता नहीं था कि धीरे –धीरे उसका यही वरदान उसके लिए मुसीबत खड़ी कर देगा। बालकनी से निकलकर राजा नाश्ता करने बैठा लेकिन जैसे ही उसने फलों को हाथ लगाया, वे सभी सोने के बन गए। 

उसने पानी पीने के लिए जैसे ही जग को छुआ तो वो भी सोने में बदल गया। राजा मिडास को बहुत तेज भूख लग रही थी और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे? 

इतने में ही उसकी बेटी भागती हुई उसके पास आई और उसे परेशान देखकर उसके गले से लग गई। मिडास को छूते ही वह लड़की सोने की मूर्ति में तब्दील हो गई।

अपनी बेटी को सोने की मूर्ति में देखकर मिडास दहाडें मारकर रोने लगा। उसे अपनी बेवकूफी पर बहुत पछतावा हुआ और उसे यह समझ आ गया था कि सोना संसार की सबसे अच्छी चीज नहीं है।

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भगवान ने की राजा की मदद 

परेशान होकर मिडास ने भगवान को पुकारा। भगवान महल में प्रकट हुए और बोले – “मिडास, क्या तुम इतना सारा सोना पाकर खुश हो?”

मिडास ने रोते हुए कहा, “नहीं! इस समय मैं संसार का सबसे दुखी मनुष्य हूँ। मुझे माफ कर दो। आप मेरा सब कुछ ले लो लेकिन मेरी बेटी को पहले जैसा बना दो। मैं उसे ही सबसे ज्यादा प्यार करता हूँ, सोने को नहीं!” 

राजा मिडास की बात सुनकर भगवान ने कहा – “ठीक है मिडास, तुम समझ गए हो कि सोना संसार की सबसे कीमती वस्तु नहीं है। तो में तुम्हारी बेटी को ठीक कर देता हूं “। 

ऐसा कहकर भगवान ने अपना वरदान वापस ले लिया। मिडास की बेटी अब वापस इंसान बन गई थी। ठीक होने के बाद मिडास की बाँहों में उसकी प्यारी बेटी पहले की तरह अठखेलियाँ करने लगी। इस घटना के बाद मिडास ने सब ले लिया था कि दुनिया का सबसे बड़ा धन परिवार ही होता है। अब वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ हंसी खुशी रहने लगा। 

सीख

पैसा आपकी जरूरतों को पूरा कर सकता है, लेकिन वास्तविक खुशी आपको अपने परिवार से ही मिलती है। 

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